💔 रात के सन्नाटे में इंसानियत की रौशनी
एक सच्ची हिम्मत और इंसानियत की कहानी
अंजलि एक साधारण-सी नौकरीपेशा लड़की थी, जो रोज़ स्कूटी से ऑफिस जाती थी और शाम को लौटती थी। एक दिन, जब वह ऑफिस से घर लौट रही थी, अचानक उसकी स्कूटी रास्ते में पंचर हो गई। वह जगह सुनसान थी और शाम का अंधेरा उतरने लगा था। अंजलि घबरा गई, क्योंकि उसका घर अब भी 4 किलोमीटर दूर था।
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"सुनसान रास्ता और इंसानियत की मिसाल" |
🚶♀️ डर और बेचैनी की शुरुआत
अंजलि स्कूटी छोड़ पैदल चलने लगी। तभी पीछे से चार लड़कों की बाइक आते हुए दिखाई दी। वे सीधे उसकी ओर बढ़ रहे थे। डर के मारे अंजलि का दिल तेज़ धड़कने लगा। "ये लोग मेरा पीछा क्यों कर रहे हैं?" उसके मन में यह ख्याल आते ही वह तेज़ी से चलने लगी।
अचानक आगे से दो अनजान लड़के आते हुए दिखाई दिए। दोनों ने अंजलि की तरफ घूरकर देखा और एक-दूसरे से हँसते हुए बोले,
> “देखो भाई, सामने से कबूतरी आ रही है।”
जैसे ही अंजलि उनके पास से गुज़री, उन्होंने रास्ता रोक लिया और बदतमीज़ी पर उतर आए।
😨 अंधेरे में दरिंदगी की कोशिश
दोनों लड़के अंजलि से छेड़छाड़ करने लगे। तभी पीछे से वही चार लड़के वहां पहुंच गए। उन दो लड़कों ने उन्हें देखकर कहा:
> “जो भी हो, पहले नज़र हमारी पड़ी है। पहले हम दोनों इस लड़की की इज्जत लूटेंगे, फिर तुम्हारा नंबर आएगा।”
चारों में से एक लड़का, राहुल, जो सबसे शांत और गंभीर था, गुस्से से बोला:
> “नंबर की बात बाद में करना। पहले ये बताओ, तुम हो कौन?”
उन लड़कों ने फिर बेहूदा जवाब दिया:
> “पहले हम इस लड़की को नोचेंगे, फिर तुम भी ट्राय कर लेना।”
राहुल का चेहरा गुस्से से तमतमा गया। वह आगे बढ़कर डटकर बोला:
> “इस लड़की का मैं पीछा इसलिए नहीं कर रहा था कि उसकी इज्जत लूट सकूं। मैं उसके पीछे इसलिए था ताकि कोई उसे परेशान न करे। मैं इंसानियत के नाते इसकी हिफ़ाज़त कर रहा था।”
यह सुनते ही राहुल और उसके दोस्तों ने उन दोनों बदमाशों की पिटाई कर दी। आखिरकार वे जान बचाकर वहां से भाग निकले।
🌟 इंसानियत की जीत
अंजलि के आंसू रुक नहीं रहे थे। वह कांपती आवाज़ में बोली:
> “मुझे माफ़ कर दीजिए… मैंने आप सबको गलत समझा। मुझे लगा कि आप लोग भी…"
राहुल मुस्कराकर बोला:
> “आपकी कोई गलती नहीं है। कोई भी लड़की अजनबी लड़कों पर भरोसा नहीं कर सकती। लेकिन मेरा फर्ज़ था कि मैं आपकी सुरक्षा करूं — और वो मैंने किया।”
अंजलि ने उन चारों लड़कों को दिल से धन्यवाद कहा।
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🌈 सीख (Moral of the Story):
> इस कहानी से यह संदेश मिलता है कि हर लड़का बुरा नहीं होता। समाज में आज भी ऐसे युवा हैं, जो बिना किसी स्वार्थ के एक लड़की की इज्जत और सुरक्षा के लिए खड़े हो सकते हैं। हर शक की पीछे एक सच्चाई होती है — और हर डर के पीछे छुपी होती है एक उम्मीद।
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